
कोरबा, 12 सितंबर 2025।
कोरबा विकासखंड के वनांचल क्षेत्र की वर्षों पुरानी मांग अब पूरी होने जा रही है। चिर्रा से श्यांग तक लगभग 12 किलोमीटर लंबा सड़क मार्ग, जो बीते एक दशक से अधिक समय से जर्जर स्थिति में था, अब नए स्वरूप में बनने जा रहा है। इस सड़क निर्माण के लिए जिला खनिज संस्थान न्यास (DMF) से 9 करोड़ 35 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण विभाग श्री जी. आर. जांगड़े ने बताया कि यह मार्ग स्टेट हाइवे का हिस्सा है और इसका निर्माण कार्य अब प्रारंभ किया जा रहा है।
ग्रामीणों की पुरानी समस्या
यह मार्ग हाथी प्रभावित क्षेत्र से होकर गुजरता है और कोरबा मुख्यालय से लगभग 60 किलोमीटर दूर है। सड़क की बदहाली के कारण इस क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक गांवों के लोगों को आवागमन में गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता रहा है। बरसात के दिनों में कीचड़ और गर्मी में धूल का गुबार इस रास्ते को बेहद कठिन बना देता था। शाम होते ही आवागमन लगभग ठप हो जाता था और ग्रामीणों को आवश्यक कार्यों के लिए कोरबा या धरमजयगढ़ पहुंचने में भारी परेशानी झेलनी पड़ती थी।
डीएमएफ से नया संबल
खनन प्रभावित और वनांचल क्षेत्रों में विकास की रफ्तार बढ़ाने के लिए डीएमएफ की बैठक में अध्यक्ष एवं कलेक्टर श्री अजीत वसंत ने चिर्रा–श्यांग मार्ग हेतु राशि का प्रावधान रखा था। निविदा प्रक्रिया पूर्ण होने के बावजूद बरसात की वजह से काम शुरू नहीं हो सका था। अब बरसात का मौसम थमते ही सर्वे सहित निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। यह कार्य जून 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, हालांकि विभाग का कहना है कि कार्य इससे पहले भी पूरा हो सकता है।
लाभान्वित होंगे अनेक गांव
सड़क बनने से सिमकेदा, विमलता, चिर्रा, गीतकंवारी, लबेद, तीतरडांड, गिरारी सहित दर्जनों गांव सीधे लाभान्वित होंगे। इस मार्ग के बनने के बाद गुरमा और श्यांग होते हुए धरमजयगढ़ तक का आवागमन भी सुगम होगा।
ग्रामीण श्री परमेश्वर बंजारे, श्री बी. एल. पटेल, रामकुमार और गणेश राम ने बताया –“बरसात के समय इस सड़क पर निकलना किसी चुनौती से कम नहीं था। कीचड़ में वाहन फंस जाते थे और हाथियों की मौजूदगी से अतिरिक्त डर बना रहता था। अब सड़क निर्माण की प्रक्रिया शुरू होने से हमें उम्मीद है कि जल्द ही पक्की सड़क से आवागमन आसान हो जाएगा।”
बेहतर भविष्य की उम्मीद
स्थानीय लोगों का मानना है कि सड़क बनने से न केवल आवाजाही में सुधार होगा बल्कि क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास को भी नई दिशा मिलेगी। बाजार, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसी बुनियादी सुविधाओं तक पहुँच आसान होगी।
निष्कर्ष
चिर्रा–श्यांग सड़क का निर्माण केवल ग्रामीणों के लिए सुविधा भर नहीं, बल्कि वनांचल क्षेत्र के विकास की नींव है। डीएमएफ से मिली यह सौगात एक दशक से अधिक समय से जूझ रहे लोगों को राहत दिलाने वाली है। सड़क पूरी होने पर ग्रामीणों की जीवन-शैली में आमूलचूल परिवर्तन देखने को मिलेगा और यह मार्ग कोरबा जिले के विकास का नया अध्याय लिखेगा।
वनांचल में विकास की नई राह, चिर्रा–श्यांग मार्ग का होगा निर्माण
9.35 करोड़ से बनेगी सड़क, ग्रामीणों की वर्षों की मांग पूरी
चिर्रा से श्यांग तक अब पक्की सड़क, आसान होगा सफर