
तीन साल से अधिक पुराने प्रकरणों को प्राथमिकता से निपटाने पर जोर
कोरबा, 2 सितंबर।
जिले के प्रशासनिक कामकाज में तेजी लाने के उद्देश्य से कलेक्टर अजीत वसंत की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में कलेक्टर ने राजस्व कार्यों की विस्तृत समीक्षा करते हुए अधिकारियों को स्पष्ट संदेश दिया कि लंबित प्रकरणों पर अब और ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कलेक्टर वसंत ने तहसीलवार नामांतरण, खाता विभाजन, सीमांकन, नक्शा बटांकन, अभिलेख शुद्धता और ई-कोर्ट प्रकरणों की समीक्षा की। उन्होंने विशेष रूप से अविवादित नामांतरण और तीन वर्ष से अधिक पुराने भू अर्जन मामलों को शीघ्र निपटाने के निर्देश दिए।
उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी भरे लहज़े में कहा कि यदि प्रकरणों में अनावश्यक विलंब हुआ तो इसकी जिम्मेदारी संबंधित तहसीलदारों और राजस्व अधिकारियों की होगी। साथ ही, उन्होंने निर्देश दिया कि कोटवारी भूमि, शासकीय पट्टे और खनिज प्रभावित क्षेत्रों की भूमि को खसरे में अहस्तांतरणीय दर्शाना हर हाल में सुनिश्चित किया जाए, जिससे इनकी खरीदी-बिक्री रोकी जा सके।
बैठक में कलेक्टर ने यह भी स्पष्ट किया कि मसाहती ग्रामों के सर्वे और नक्शा प्रकाशन में तेजी लाना अनिवार्य है। वहीं, एग्रीस्टेक पोर्टल पर किसानों के लंबित पंजीयन को तुरंत पूरा करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर वसंत ने कहा कि शासन की प्राथमिकता वाले कार्यों में ढिलाई किसी भी स्तर पर स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे जिम्मेदारी और पारदर्शिता के साथ काम करें, ताकि आम नागरिकों को समय पर न्याय और सुविधा मिल सके