
कटघोरा/अंबिकापुर। कटघोरा से अंबिकापुर जाने वाली पोंड़ी मार्ग पर आए दिन गौ माता व अन्य पशु सड़क पर झुंड में घूमते रहते हैं। ग्रामीणों के अनुसार इस मार्ग पर बड़े वाहनों की आवाजाही तेज रफ्तार में होती है, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
छत्तीसगढ़ की पहचान और आस्था की प्रतीक गौ माता, जिनकी पूजा-अर्चना पूरे प्रदेश में की जाती है, खुलेआम सड़कों पर असुरक्षित घूम रही हैं। यह स्थिति न केवल उनकी सुरक्षा के लिए खतरनाक है बल्कि यात्रियों और राहगीरों की जान के लिए भी गंभीर खतरा बनी हुई है।
ग्रामीणों का कहना है कि जिम्मेदार अधिकारी समस्या से भलीभांति अवगत हैं, लेकिन मौन साधे बैठे हैं। करोड़ों रुपए की योजनाएँ पशुपालन और सुरक्षा के नाम पर बनती हैं, फिर भी जमीनी हकीकत यह है कि गौ माता सड़कों पर दुर्घटनाओं का शिकार होती रहती हैं।
प्रश्न उठता है कि जब छत्तीसगढ़ सरकार गौ सेवा और गौ संरक्षण की बड़ी-बड़ी घोषणाएँ करती है, तो आखिर पौड़ी मार्ग पर गौ माता क्यों असुरक्षित हैं? क्या जिम्मेदार विभाग किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहे हैं?
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द इस मार्ग पर प्रभावी कदम उठाए जाएँ, ताकि गौ माता और आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके