
ग्राम पंचायत अरदा के वार्ड क्रमांक 14 में हालात बद से बदतर हो गए हैं। मुख्य मार्ग बांकि मोंगरा – सुतर्रा से नीचे उतरकर जिस रास्ते से होकर लालपुर बस्ती होते हुए लोग बड़ी बस्ती भेजीनारा की ओर रोज़मर्रा का सफर तय करते हैं, वह अब ‘रास्ता’ नहीं, बल्कि ‘कीचड़ और गड्ढों का महासागर’ बन चुका है। इस मुख्य मार्ग पर कीचड़ की ऐसी भरमार है कि पैदल चलना तो दूर, साइकिल व मोटरसाइकिल सवार भी फिसल-फिसलकर गिरने को मजबूर हैं।
जनता का सब्र अब टूट चुका है। जगह-जगह जलभराव, मिट्टी की दलदल और गड्ढों की भरमार ने राहगीरों की नाक में दम कर रखा है। बच्चों को स्कूल जाने में दिक्कत, मरीजों को अस्पताल पहुंचने में तकलीफ, और ग्रामीणों को दैनिक कार्यों में भारी परेशानी हो रही है।
गांववाले अब खुलकर सवाल उठा रहे हैं – “कहां हैं हमारे जनप्रतिनिधि? क्या वार्ड क्रमांक 14 की सुध लेने वाला कोई नहीं?”
जनता ने ग्राम पंचायत अरदा और वार्ड क्रमांक 14 के प्रतिनिधियों से दो टूक अपील की है कि तत्काल मुरूम डलवाकर रास्ते को चलने लायक बनाया जाए।
सवाल यही है – क्या पंचायत जागेगी, या जनता को ऐसे ही दलदल में जीने के लिए छोड़ दिया जाएगा?