
ग्राम पंचायत क्षेत्र में तालाबों का ठेका दिए जाने को लेकर गंभीर विवाद खड़ा हो गया है। ग्रामीण अनिल ने आरोप लगाया है कि पंचायत द्वारा बिना मुनादी किए और बिना पंचायत की खुली बैठक आयोजित किए, तालाबों का ठेका कथित रूप से आंतरिक रूप से कर दिया गया है। ग्रामीण अनिल केवट का कहना है कि यह पूरी प्रक्रिया असंवैधानिक और अपारदर्शी है, जिससे आम लोगों के अधिकार प्रभावित हो रहे हैं।
इसपर अनुविभागीय अधिकारी (एसडीएम) कार्यालय में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है । ग्रामीण ने अपनी शिकायत में उल्लेख किया कि पंचायत ने न तो आधिकारिक सूचना दी और न ही सार्वजनिक नीलामी की प्रक्रिया अपनाई, जबकि नियमों के अनुसार सार्वजनिक नीलामी और मुनादी अनिवार्य है।
ग्रामीण अनिल केवट ने मांग की है कि तालाबों की नीलामी खुली बोली और पारदर्शी प्रक्रिया से की जाए, ताकि अधिकतम आमदनी पंचायत को मिल सके और किसी भी प्रकार की अनियमितता की गुंजाइश न रहे। शिकायतकर्ता ने यह भी कहा कि अगर प्रशासन समय पर इस पर संज्ञान नहीं लेता तो वे मामला उच्च अधिकारियों के पास ले जाने और आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा