
गन्ना की बुवाई को तीन हजार मीट्रिक टन तक अनिवार्य रूप से वृद्धि करने के निर्देश दिए गए।
साथ ही गन्ना फैक्ट्री में किसानों के लिए किसान सदन का भी निर्माण करने को कहा गया।
कुपोषण मुक्ति हेतु प्रत्येक कुपोषित बच्चों के लिए अधिकारी , कर्मचारियों के साथ जनप्रतिनिधियों ,व्यापारियों एवं समाज सेवियों की भागीदारी सुनिश्चित कराने हेतु उन्हें पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिए प्रति माह लगने वाली राशि लेने को कहा गया। उन्होंने कुपोषण मुक्ति के कार्य को विशेष प्राथमिकता का कार्य बताते हुए इस कार्य में अनिवार्य रूप से जनभागीदारी सुनिश्चित कराने को कहा।
बैठक में विधायक संजारी बालोद श्रीमती संगीता सिन्हा, विधायक गुण्डरदेही श्री कुंवर सिंह निषाद, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती तारणी पुष्पेंद्र चंद्राकर, कलेक्टर श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा, पुलिस अधीक्षक श्री योगेश पटेल, वनमण्डलाधिकारी श्री अभिषेक अग्रवाल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री समित चंद्रवंशी, अपर कलेक्टर श्री अजय किशोर लकरा सहित सभी विभाग प्रमुखगण उपस्थित थे।