
कोरबा से अशोक दीवान की खास रिपोर्ट
ग्रामीणों ने लगाया शिक्षकों पर विलंब समय पर स्कूल आने एवं सराब शेवन कर स्कूल संचालित करने का आरोप ……
कोरबा:- वैसे तो शिक्षकों को गुरु का दर्जा दिया जाता है और भगवान माना जाता है I कोरबा जिले के सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक व्यवस्थाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं। शिक्षकों की लापरवाही के चलते बच्चों का भविष्य अंधकार में लटका हुआ है। कई स्कूलों में शिक्षक समय पर नहीं पहुंच रहे हैं, जबकि कई बार तो वे पूरी तरह अनुपस्थित पाए गए हैं। वैसे ही मामला प्राथमिक शाला मिशिया स्कूल का है जहां आज दिनाँक 2/06/25 को देखा गया कि स्कूल परिसर में दो टीचर पदस्थ हैं लेकिन आज दिन बुधवार को स्कूल में पढ़ने आए बच्चों द्वारा बताया गया कि हमारे टीचर स्कूल आए थे लेकिन तकरीबन 2 से 3 घंटा हो गया कि वो दोनों कहीं चले गए है और बच्चों द्वारा बताया कि हमारे टीचर शराब सेवन कर स्कूल आते हैं I ऐसे मामलों को जिला शिक्षा अधिकारी एवं ब्लॉक अधिकारियों को निरीक्षण करनी चाहिए! और मिशिया प्राथमिक शाला स्कूल की गंभीर स्थिति सामने आ चुकी है। प्राथमिक शाला मिशिया स्कूल में 2 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए हैं I
हाल ही में ग्राम मिशिया निवासी वार्ड क्रमांक 07 ब्रिज पाल मरकाम ने बताया कि शासकीय प्राथमिक शाला के शिक्षक समय पर नहीं पहुंच पा रहे। कई बार अधिक विलंब से पहुंचते हैं। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों ने बताया की अधिकारि कभी औचक निरीक्षण में आते नहीं है I और आते तो हम सभी अभिभावक कार्रवाई की मांग करते। और हम लोग वनांचल क्षेत्र के रहने वाले लोग है और हम लोग डर जाते हैं I कमोवेश स्थिति शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूलों की है। यदि समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो बच्चों का भविष्य दांव पर लग सकता है। शिक्षकों की समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने और पढ़ाई की गुणवत्ता में सुधार के लिए जिला प्रशासन को ठोस रणनीति बनानी होगी। साथ ही, दोषी शिक्षकों पर कार्रवाई करना और अभिभावकों के सुझावों पर ध्यान देना भी जरूरी है।