
पेंड्रावन में लोकतंत्र शर्मसार – सरपंच के साए में बर्बाद हो रही पीढ़ियां!
संजना देवांगन की रिपोर्ट
सारंगढ़-बिलाईगढ़ (छ.ग.)
छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के ग्राम पंचायत पेंड्रावन से एक ऐसा सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसने पूरे इलाके की शांति को सवालों के घेरे में ला दिया है। जहां सरपंच गांव का पहरेदार होता है वहीं यहां का सरपंच नशे का सरदार बन बैठा है!
मिलि सूत्रों की हवाले से ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि गांव में सरपंच के संरक्षण में अवैध महुवा शराब नशीली सामग्री सट्टा और जुए का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। और इसमें सबसे सक्रिय नाम सामने आया है – जागेश्वर सारथी पिता पंचराम सारथी जो खुलेआम महुवा शराब की बिक्री कर रहा है।
यह वही शख्स है जिसे थाना सरसीवां पुलिस द्वारा पहले भी समझाया गया था लेकिन सरपंच के आशीर्वाद और प्रशासन की चुप्पी के दम पर आज भी कारोबार बेधड़क चल रहा है।
नतीजा?
गांव की 70% आबादी नशे में लिप्त युवा पीढ़ी की बर्बादी हर दिन गाली-गलौज झगड़ा और हिंसा और गांव की पहचान अब नशे के गढ़ के रूप में होने लगी है।
सबसे बड़ी चिंता – बच्चे और महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और आने वाली पीढ़ी अंधेरे की ओर बढ़ रही है।
ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक महोदय से लिखित शिकायत कर तत्काल कार्रवाई की मांग की है साथ ही यह भी निवेदन किया गया है कि सुरक्षा की दृष्टि से उनका नाम गोपनीय रखा जाए।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या प्रशासन इस नशा राज पर हथौड़ा चलाएगा या फिर यह भी सिर्फ एक कागजी कार्रवाई बनकर रह जाएगा?